एक लेड एसिड बैट्री में, वैद्युत ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा के रूप में संग्रहित होती है
लेड एसिड बैटरी की एम्पियर-ऑवर दक्षता अधिक (90-95%)होती है।
पूर्ण आवेशित अवस्था में इसका विद्युत वाहक बल 2.1 वोल्ट| प्रति सेल होता है।
विसर्जित अवस्था में लेड एसिड सेल का विद्युत वाहक बल 1.8 वोल्ट प्रति सेल होता है।
लेड एसिड सेल का आंतरिक प्रतिरोध निम्न होता है।
चार्जिंग क्रिया के फलस्वरूप सेल की धन प्लेटें लेड परॉआक्साइड (Pbo.) की तथा ऋण प्लेट स्पंजी लेड की बन जाती हैं।
डिस्चार्जिंग क्रिया के फलस्वरूप सेल की दोनों प्लेटें लेड सल्फेट (Pbso.) की बन जाती है।
लेड एसिड सेल का उपयोग औद्योगिक ट्रक, रेलवे, कार लाइटिंग एवं एयर कडीशनिंग आदि में किया जाता है।